पूज्यपाद जगद्गुरु जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन राघव जी की सेवा में समर्पित किया। उसका सबसे बड़ा पुरस्कार उनके 76 वें जन्मदिन के साथ श्री प्रयागराज मे महाकुंभ का सुयोग बनना है। यह राघव जी और जगज्जननी जानकी की कृपा है कि उनके जीवन भर की साध पूरी हो रही है। इस पावन संयोग पर उनके शिष्यों ने श्री प्रयागराज में 12 जनवरी से 13 फरवरी 2025 तक भव्य हनुमंत यज्ञ और जगद्गुरु रमानंदाचार्य शिविर के आयोजन का संकल्प लिया है। इसमें – 1008 कुण्डों के माध्यम से हनुमान जी को सवा करोड़ आहुतियां प्रदान की जानी हैं। – पूज्य गुरुदेव समाज के अलग अलग व्यवसायी वर्ग को सम्बोधित उनकी ऐतिहासिक भूमिका से परिचित कराएंगे। – प्रतिदिन पूज्यपाद के श्री मुख से श्री रामकथा , श्रीमद्भागवात और हनुमत कथा के श्रवण का सौभाग्य मिलेगा। – प्रतिदिन प्रसिद्ध कला साधकों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी।